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Nothing Phone पर अब दिखेंगे एड्स! क्या खत्म हो गया ‘Ad-Free Experience’?

Nothing OS 4.0 में Lock Glimpse फीचर – क्या “एड-फ्री” कंपनी भी अब एड दिखाएगी?

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नथिंग का नया अपडेट और पुराने वादों पर सवाल

टेक दुनिया में नथिंग (Nothing) एक ऐसी कंपनी रही है जिसने खुद को एक "साफ-सुथरा, एड-फ्री और सिंपल यूज़र एक्सपीरियंस" देने वाले ब्रांड के रूप में पेश किया था। लेकिन अब उसी कंपनी पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि उसके नए सॉफ्टवेयर अपडेट Nothing OS 4.0 के बीटा वर्ज़न में एक ऐसा फीचर शामिल किया गया है, जिसे देखकर यूज़र्स हैरान हैं। यह फीचर है “Lock Glimpse” — सुनने में तो यह नाम काफी मासूम लगता है, लेकिन इसके पीछे जो कहानी है, उसने कंपनी की इमेज को हिला कर रख दिया है।

Nothing OS 4.0: Android 16 पर बना नया चेहरा

Nothing OS 4.0 को Android 16 पर बेस किया गया है, जिसमें परफॉर्मेंस और कस्टमाइजेशन में कई सुधार किए गए हैं। इंटरफेस अब और भी स्मूद और मिनिमलिस्टिक है। लेकिन इसी अपडेट के बीच एक ऐसा फीचर जोड़ा गया है जिसने सभी का ध्यान खींच लिया — “Lock Glimpse।” यह एक ऐसा फीचर है जो हर बार स्क्रीन ऑन करने पर अलग-अलग वॉलपेपर दिखाता है, लेकिन इन वॉलपेपर में छिपा होता है एक क्लिक करने योग्य कंटेंट, यानी एक तरह का एड।

Lock Glimpse आखिर है क्या?

अगर आप पहली बार Nothing फोन यूज़ कर रहे हैं तो आपको यह फीचर सुनने में Glance की याद दिलाएगा, जो कई बजट एंड्रॉयड फोन में होता है। Glance पर लॉक स्क्रीन पर बदलते-बदलते विज्ञापन और कंटेंट आते हैं — बिल्कुल वैसा ही अब Nothing ने किया है। Lock Glimpse असल में एक स्लाइड शो जैसा है, जिसमें हर बार स्क्रीन ऑन करने पर एक नया इमेज दिखता है — कोई खूबसूरत नेचर व्यू, कोई डिश की फोटो, या कोई ट्रैवल शॉट — और उसके नीचे एक छोटा टेक्स्ट लिखा होता है जैसे “Try this easy homemade strawberry ice cream recipe।” अब जैसे ही आप उस पर टैप करते हैं, तो आप किसी आर्टिकल या वेबसाइट पर पहुंच जाते हैं। मतलब यह फीचर आपके लॉक स्क्रीन को एड स्पेस में बदल देता है।

यूज़र्स का गुस्सा और सोशल मीडिया का शोर

इस फीचर के आते ही सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया। ट्विटर पर @anchetblog नाम के टेक एनालिस्ट ने Lock Glimpse के स्क्रीनशॉट और वीडियो शेयर किए, जिसमें यह फीचर साफ-साफ दिख रहा था। उन्होंने लिखा कि “Nothing OS 4.0 बीटा अब Phone (3a) और (3a Pro) मॉडल्स पर डाउनलोड किया जा सकता है, लेकिन किस कीमत पर?” यूज़र्स का कहना है कि यह फीचर नथिंग की “क्लीन UI” फिलॉसफी के बिल्कुल खिलाफ है। जो कंपनी अब तक खुद को “बिना एड्स वाला अनुभव” देने वाली बताती रही, वही अब एड दिखाने का फीचर जोड़ रही है — यह कई फैंस के लिए एक तरह की धोखाधड़ी जैसा लगा।

कंपनी की सफाई और छुपा सच

Nothing की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक माफीनामा नहीं आया है, लेकिन Reddit पर यूज़र्स ने सेटिंग्स में जाकर पता लगाया कि यह फीचर वास्तव में “Buien” नाम की एक चीनी एड-टेक कंपनी द्वारा संचालित है। यह वही कंपनी है जो डिजिटल विज्ञापन और टारगेटेड कंटेंट देने में विशेषज्ञ है — बिल्कुल वैसे ही जैसे Glance करता है। सबसे अहम बात यह है कि अभी के लिए यह फीचर “ऑफ” स्थिति में है, यानी डिफॉल्ट रूप से यह एक्टिव नहीं होता। अगर कोई यूज़र इसे ऑन करना चाहे तो उसे सेटिंग्स > डिस्प्ले > पर्सनलाइजेशन में जाकर इसे खुद सक्रिय करना होगा।

क्या यह सिर्फ टेस्टिंग है या भविष्य की चाल?

अब बड़ा सवाल यही है कि अगर यह फीचर डिफॉल्ट रूप से बंद है तो इसे बीटा में जोड़ा ही क्यों गया? कई टेक एक्सपर्ट्स का मानना है कि नथिंग इसे टेस्टिंग के बहाने धीरे-धीरे लागू करना चाहता है। पहले वैकल्पिक रूप में, फिर धीरे-धीरे स्थायी रूप से। कंपनी इसे शायद भविष्य में एक “स्पॉन्सर्ड वॉलपेपर” फीचर के रूप में पेश कर सकती है, जिससे विज्ञापन दिखाकर कमाई की जा सके। लेकिन यह कदम उस वादे के बिल्कुल विपरीत है जिस पर नथिंग ने अपनी ब्रांड पहचान बनाई थी — यानी “नो ब्लोटवेयर, नो एड्स, प्योर एंड्रॉयड।”

AI जनरेटेड इमेजेज का रहस्य

एक और दिलचस्प पहलू यह है कि Lock Glimpse पर दिखाई देने वाली कुछ तस्वीरें असली नहीं लगतीं। कई यूज़र्स ने नोट किया कि उनमें कुछ इमेज ऐसी हैं जो बिल्कुल AI-जनरेटेड लगती हैं — जैसे कोई साइंस फिक्शन लैंडस्केप या कोई डिश की फोटो जिसमें असली टेक्सचर की बजाय डिजिटल इफेक्ट झलकता है। उदाहरण के लिए, “strawberry ice cream” के नाम पर जो फोटो दिखाई गई, उसमें असल में रसभरी (raspberry) थी और आइसक्रीम का टेक्सचर बिल्कुल डिजिटल रेंडर जैसा था। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि Nothing अपने Lock Glimpse में AI-जनरेटेड आर्ट का उपयोग कर रहा है ताकि विज्ञापन और आकर्षक दिखें।

एड्स के बीच यूज़र प्राइवेसी का खतरा

अब बात आती है प्राइवेसी की। अगर ये एड्स किसी थर्ड पार्टी कंपनी द्वारा दिखाए जा रहे हैं, तो जाहिर है कि यूज़र डेटा जैसे लोकेशन, डिवाइस यूज़ेज और इंटरैक्शन डेटा शेयर हो सकता है। भले ही Nothing कहे कि यह “optional” है, लेकिन एक एड-नेटवर्क का सिस्टम में होना ही संभावित खतरे की घंटी है। नथिंग की सबसे बड़ी ताकत उसका “privacy-first” एप्रोच था — और अगर कंपनी उसी से समझौता करती है, तो यह उसके पूरे ब्रांड के लिए जोखिम है।

क्या यूज़र चाहेंगे ऐसा बदलाव?

जो Nothing यूज़र्स अब तक एड-फ्री अनुभव के कारण इस ब्रांड से जुड़े थे, वे अब खुद को धोखा खाया हुआ महसूस कर रहे हैं। Reddit और Twitter पर कई लोगों ने कहा कि अगर यह फीचर स्थायी रूप से शामिल हुआ तो वे नथिंग के फोन से दूरी बना लेंगे। लोगों का कहना है कि फोन लॉक स्क्रीन वो जगह है जहां व्यक्ति खुद को “अपना स्पेस” समझता है। वहां किसी तरह का विज्ञापन देखना एक दखल जैसा लगता है। कंपनी के लिए यह जरूरी है कि वह समझे — एड-फ्री यूज़र एक्सपीरियंस ही उसकी सबसे बड़ी USP है।

अगर वैकल्पिक रहा तो ठीक, पर भरोसा टूट गया है

कई टेक पत्रकारों का मानना है कि अगर Nothing इसे वैकल्पिक (optional) रखता है और यूज़र की मर्ज़ी के बिना ऑन नहीं करता, तो शायद नुकसान सीमित रहेगा। लेकिन जिस तरह से इसे बीटा में जोड़ा गया, उससे यह साफ है कि कंपनी भविष्य में इस फीचर को प्रमोट करने की दिशा में सोच रही है। यह कदम उतना ही अजीब है जितना किसी हेल्थ ड्रिंक में चीनी डालना — यानी ब्रांड की आत्मा के खिलाफ।

टेक दुनिया का सवाल – क्या नथिंग भी ग्लांस की राह पर चल पड़ा है?

ग्लांस जैसे प्लेटफॉर्म पहले ही यूज़र्स के लॉक स्क्रीन को एड से भर चुके हैं, और अब Nothing का वही रास्ता अपनाना उसकी “यूनिक आइडेंटिटी” को कमजोर कर सकता है। Apple, Google और Samsung जैसे ब्रांड भी अपने लॉक स्क्रीन को एड्स से दूर रखते हैं क्योंकि वे जानते हैं कि यह जगह “पर्सनल” है। अगर Nothing वाकई में यूज़र सेंट्रिक ब्रांड है, तो उसे यह कदम दोबारा सोचने की जरूरत है।

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